Friday, October 7, 2011

कम से कम सामान रखना

कम से कम सामान रखना

ज़िन्दगी आसान रखना

फ़िक्र औरों की है लाज़िम

पहले अपना ध्यान रखना

हर कोई कतरा के चल दे

ऐसा क्या अभिमान रखना

भीड़ में घुलमिल के भी तू

अपनी कुछ पहचान रखना

ज्ञान बिन है व्यर्थ जीवन

कम से कम ये ज्ञान रखना

कर निबह काँटों से लेकिन

फूल का भी ध्यान रखना

तेरे दिल में जिसका दिल है

उस में अपनी जान रखना

हिज्र मज्ब़ूरी है कमसिन

वस्ल का अरमान रखना

1 comment:

  1. कम से कम सामान रखना
    ज़िंदगी आसान रखना...

    बेहतर...

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